गिरना भी अच्छा है !
औकात का पाता चलता है !!
बढ़ते है जब हाथ उठाने को। ..
अपनों का पता चलता है। ...
जिन्हे गुस्सा आता है
लोग सच्चे होते है
मने झूठे को अक्षर ,हस्ते हुए देखा है
सिख रहा हु जब मै भी इंसानो को पढ़ने का हुनर ,,
सुना हु चेहरे पे किताबो से ज्यादा लिखा होता है ,,,,,
"न तुम अपने को गलेलगा सकते हो ,
न ही तुम अपने कंधे पे सर रख के रो सकते हो ,
एक दूसरे के लिए जीने का नाम ही है ज़िंदगी ,,
इसलिए समय उन्हें दो चांटे तम्हे दिल से
रिश्ता पेशा का मोहताज नहीं होते है,
क्योकि कुछ रिस्ता मुनाफा नहीं देते पर जीवन आमिर जरूर बना देते है !!"
औकात का पाता चलता है !!
बढ़ते है जब हाथ उठाने को। ..
अपनों का पता चलता है। ...
जिन्हे गुस्सा आता है
लोग सच्चे होते है
मने झूठे को अक्षर ,हस्ते हुए देखा है
सिख रहा हु जब मै भी इंसानो को पढ़ने का हुनर ,,
सुना हु चेहरे पे किताबो से ज्यादा लिखा होता है ,,,,,
"न तुम अपने को गलेलगा सकते हो ,
न ही तुम अपने कंधे पे सर रख के रो सकते हो ,
एक दूसरे के लिए जीने का नाम ही है ज़िंदगी ,,
इसलिए समय उन्हें दो चांटे तम्हे दिल से
रिश्ता पेशा का मोहताज नहीं होते है,
क्योकि कुछ रिस्ता मुनाफा नहीं देते पर जीवन आमिर जरूर बना देते है !!"
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