जब कोई बात बिगड़ जाये
जब कोई बात बिगड़ जाये ,
जब कोई मुश्किल पड़ जाये
तुम देना साथ मेरा , औ हमनवाज
न कोई है न कोई था , ज़िंदगी मई तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा , औ हमनवाज
हो चांदनी जब तक रात , देता है हर कोई साथ
तुम अगर अकेले मई न छोड़ना मेरा हाथ
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुशिकल पड़ जाए तुम देना साथ मेरा औ हमनवाज
वफादारी की वो रष्ष्मे , निभाएंगे हम तुम कसमे
एक भी सास ज़िंदगी की , जब तक हो अपने बसमे
, जब कोई बात बिगड़ जाये ,,,,२
दिल को हुआ मेरे यकीं हम पहले भी मिले कही
सिलसिला य सदियों का , कोई आज भी बात नहीं
औ जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पद
जाये तुम देना साथ मेरे औ हुमनाब
जब कोई बात बिगड़ जाये ,
जब कोई मुश्किल पड़ जाये
तुम देना साथ मेरा , औ हमनवाज
न कोई है न कोई था , ज़िंदगी मई तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा , औ हमनवाज
हो चांदनी जब तक रात , देता है हर कोई साथ
तुम अगर अकेले मई न छोड़ना मेरा हाथ
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुशिकल पड़ जाए तुम देना साथ मेरा औ हमनवाज
वफादारी की वो रष्ष्मे , निभाएंगे हम तुम कसमे
एक भी सास ज़िंदगी की , जब तक हो अपने बसमे
, जब कोई बात बिगड़ जाये ,,,,२
दिल को हुआ मेरे यकीं हम पहले भी मिले कही
सिलसिला य सदियों का , कोई आज भी बात नहीं
औ जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पद
जाये तुम देना साथ मेरे औ हुमनाब
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